HUM PHIR SE MILE MAGAR ISS TARHA - 1 in Hindi Love Stories by MASHAALLHA KHAN books and stories PDF | हम फिर से मिले मगर इस तरह - 1

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हम फिर से मिले मगर इस तरह - 1

💓हम फिर से मिले मगर इस तरह 💓

लेखक -MASHAALLHA.


इंसान की किस्मत मे जो लिखा वो उसे मिलकर ही रहेता है, चाहे मौहब्बत हो या हो अश्क.ये कहानी है अरुण और रूपाली की जो कॉलेज मे मिले फिर अच्छे दोस्त बने , रूपाली जो अरुण से प्यार कर बैठी मगर अरुण ने उसका प्यार ठुकरा दिया, लेकिन दोनो फिर से मिलते है मगर किस तरह ये कहानी बतायेगी


 (((((((((((((( ऐपीसोड़ - 1))))))))))))))

✍️{शुरुआत}✍️

एक कार बड़ी तेजी के साथ हाइवे पर जा रही है , कार जिस रास्ते पर चल रही थी वह एक जंगली और पहाड़ो से घिरा हुआ रास्ता था, कार मे हल्का हल्का सोफ्ट सा म्योजिक चल रहा था, कार की विंडो से होती हुई प्राकृति की ताजी ताजी हवाये और उसी के साथ प्राकृति की एक बहुत ही खुबसुरत महक कार के अन्दर प्रवेश कर रही थी , जो कि इस सफर को खुबसुरत और सुहाना बना रही थी, कार उस जंगली रास्ते पर चली जा रही थी अपनी मंजिल की ओर ,कार के अन्दर बैठा शक्स कार मे चल रहे म्यूजिक की धून मे गुन गुनाता प्राकृति की सुन्दरता और प्रकृति की ताजगी का मजा लेते हुए कार को डराईव कर रहा था .


तभी उसके मोबाईल की रिंग बज उठती है ,वह नम्बर पर नजर दोड़ाता है तो उसके चेहरे पर एक हल्की सी मुस्कान आ जाती है ,यह नम्बर उसके एक मात्र दोस्त विक्रम का था और वह जानता है कि उसके कॉल करने का कारण क्या है, वह कॉल रिसीव करता है तो दूसरी तरफ से बहुत गुस्से मे चिल्लाने की आवाज आती है .
 

अरुण यू इडियट यू बास्टर्ड कहा हो तुम तुम्हारी हिम्मत कैसे हुई मुझे बिना बताये जाने की तुम्हारी वजाह से पता है मै कितनी मुश्किल मे फस गया हूँ पता है तुम्हे तुम्हारी वजह से शूटिंग रोकनी पड़ रही है , अगले दो दिनो मे ऐपीसोड टेलीकास्ट करना है और तुम बिना बताये कही निकल लिये , मै तुम्हे छोडूंगा नही आरुण …. विक्रम ने गुस्सा दिखाते हुए कहा .

रिलेक्स मेरे भाई विक्रम रिलेक्स इतना गुस्सा मत हो …अरुण ने उसको शांत करने के लिए कहा .

विक्रम : भाड़ मे गया तेरा रिलेक्स तू अपने पास रख इस रिलेक्स को ,यहा प्रोडयूसर ने मेरा जीना हराम कर दिया है वो बार - बार फोन करके मेरा सिर खा रहा है,
कहता है शुटिंग क्यू रोक रखी है क्या तुम लोगो टाईम पर पैसा नही मिलता, क्या तुम्हारी जरूरतो का ख्याल नही रखा जाता ,क्या तुम लोग TRP को निचे लाने का प्लान बना रहे हो बड़ी मुशिकल से यूरोप की ट्रीप पर आया था सोचा था यहा आराम से इंजोय करूंगा लेकिन तुम लोगो ने सारा सत्यानास कर दिया मेरी ट्रीप का बताओ मे क्या करू क्या वही आऊ तुम लोगो को सबक सिखाओ या तुम लोग अपने काम पर लग जाओ ,और मै कोई बाहाना नही सुनूंगा वरना मै वहा आकर तुम लोगो का जिना हराम कर दूंगा .

अब हम उसे क्या बताये कि हमारे प्रिय दि ग्रेट राइटर अरुण शर्मा जी यहा से बिना किसी को बताये भाग गये कहा गये किसी को कोई खबर नही .

सोरी यार मुझे नही पता था तू मेरी वजह से इतनी मुसीबत मे फस जायेगा …. अरुण ने उसकी बात खत्म होने पर कहा .

सोरी मत बोल कमीने तेरी वजह से ही फसा पड़ा हूँ ,मै यहा डाइरेक्टर होकर एक राइटर की वजह से लोगो की सून रहा हूं साले तेरे उपर तो कैस कर देना चाहिए था मुझे अब तक …. विक्रम ने फिर गुस्से मे उससे कहा .

लेकिन नही करेंगा जानता हूं ,तू खाली डाइरेक्टर थोड़ी ना है तू मेरा यार है ऐसे ही थोड़ी ना तू मुझ पर कैस करा देगा … अरुण ने मुस्कुराकर जवाब दिया

ज्यादा मस्का मत लगा जल्दी बता कब आ रहा है ?... विक्रम ने कहा .

भाई अभी तो मै पहुंचा तक नही, अभी कैसे बता दूँ और वैसे भी एक दो विक तो लगेंगे यहा पर … अरुण ने कहा .

साले तू पागल हो गया क्या यहा दो दिन मे ऐपीसोड टेलीकास्ट करना है और साले तू दो विक मांग रहा है तू करने क्या वाला है वहा … विक्रम ने गुस्से से कहा .

एक नयी स्टोरी लिखने वाला हूँ , मै नया प्रोजेक्ट ले रहा हूं …. अरण ने जवाब दिया .

तू ये शो छोड़ने वाला है क्या ? … विक्रम ने आश्चर्य से कहा .

ऐसा ही कुछ और वैसे भी मै ये शो की स्टोरी खत्म करने वाला हूँ… .

हमेशा की तरह फिर इस मेन केरेक्टर को मार कर … विक्रम ने सवाल किया .

हा बाकी मे वहा आकर बात करूंगा और हा तू चिन्ता मत कर अगले कुछ ऐपीसोड़ की स्टोरी लिख दी है मैने, और मेल भी कर दी है तुझे और अगर कोई परेशानी हो तो पिहू से करेक्ट करा लेना .
ठीक है वैसे तू गया कहा है ?... विक्रम ने उससे पूछा .

वो मै नही बताने वाला वरना तुम लोग यहा भी मुझे नही छोड़ने वाले और वैसे भी लोगो की भीड़ शोर शराबे उनकी की तारीफे उनकी की गालिया सून सून कर पक गया हूँ ,तो सोचा कही दूर कोई शांत जगह जाना चाहिए तो यहा आ गया और बस इतना ही कहूंगा कुछ दिन यहा शांत माहोल मे रहना है मुझे सब टेनशन से दूर अपने आप को और मेरी नयी स्टोरी को समय देना है ... अरुण ने जवाब दिया .

ठीक है मै  फिर से फोन करूंगा . विक्रम ने कहा .
मत करना यहा नेटवर्क का बहुत लोचा है आके बाये … अरुण ने कॉल कट करते हुए कहा .

वह कॉल काटकर अरुण  गाड़ी को फूल स्पीड मे डराईव करने लगता है और निकल पड़ता है उस वुडन हाऊस जो उसने किराये पर लिया है दो विक के लिए .

फिर वे मस्ती मे गाड़ी चलाने लगता लेकिन अचानक उसे झटका लगता है ये जानकर कि उसकी गाड़ी के बरेक काम नही कर रहे है , वह गाड़ी रोकने की कोशिश करता मगर रोक नही पाता और गाड़ी फूल स्पीड चली जा रही थी अरुण कुछ नही कर पा रहा था शायद वह अपने अंत की ओर खीचा चला जा रहा था  ,उसकी तमाम कोशिशे नाकामियाब रही अंत मे वह गाड़ी पहले किसी चीज से टकराती है फिर एक पेड़ से टकरा जाती है गाड़ी मे एक जोरदार धमाका होता है .


कहानी जारी है...✍️           अगला ऐपीसोड जल्द ही .